बुधवार को तालर पहुंचे एसडीएम मड़िहान ने उनकी पीड़ा सुनी। पीड़ित परिवारों ने कहा कि वे बेघर हो गए हैं। इसलिए प्रशासन उन्हें जमीन मुहैया कराए। इस पर एसडीएम ने जमीन उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
उच्च न्यायालय के निर्देश पर सोमवार को वन विभाग ने तालर ग्राम में सीमांकन कराने के बाद वनभूमि पर बने 30 कच्चे घरों और झोपड़ियों को जेसीबी से गिरा दिया था। खाने-पीने के सामान और गृहस्थी और मलबे में दब गई थी। बेघर हुए दया गौड़, सोमरू, नीरज कोल, बोखे कोल, मित्तल कोल, श्याम देवी, सुमन, बचाऊ, लालचंद, गिरजा, गुल्ली, लाल बिहारी, शिव प्रसाद आदि ने बताया कि वे करीब 50 साल से यहां घर बनाकर रह रहे थे।
वन विभाग ने कोई नोटिस दिए बिना उनके घरों को ढहा दिया।
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