जिले के 60 राजकीय इंटर कॉलेजों में शिक्षकों के 437 पद हैं, जिनमें 200 से ज्यादा पद रिक्त हैं। लंबे समय से शिक्षकों की तैनाती नहीं होने के कारण शिक्षा व्यवस्था बेपटरी होती जा रही है।
महुवरिया स्थित राजकीय इंटर कालेज में भौतिक शास्त्र, रसायन शास्त्र के तीन तीन प्रवक्ताओं का पद सृजित है। इसके साथ ही गणित व जीव विज्ञान के प्रवक्ताओं का भी पद है लेकिन वर्तमान में न तो भौतिक विज्ञान के एक भी प्रवक्ता हैं और न ही रसायन विज्ञान के। जीव विज्ञान व गणित के प्रवक्ता भी नहीं है। एक प्रवक्ता हैं जो इन विषयों को देखते हैं।
इससे भी खराब स्थिति इसी विद्यालय के कक्षा छह से कक्षा 10 तक के अध्यापकों की है। इसमें कुल 37 पद सृजित हैं जिसमें से वर्तमान में मात्र पांच अध्यापक ही कार्यरत है। विद्यालय में लगभग 1000 विद्यार्थी हैं। अभी बच्चों का नामांकन हो रहा है।
प्रधानाचार्य राजकुमार दीक्षित ने बताया कि जो व्यवस्था है, उसी से पठन पाठन कराया जा रहा है। इसी प्रकार विंध्याचल स्थित राजकीय बालिका इंटर कालेज में भी विज्ञान शिक्षक हैं ही नहीं।
इस विद्यालय में अंग्रेजी, भौतिक, रसायन, जीव विज्ञान व गणित प्रवक्ता के पद रिक्त हैं। यहां भी विज्ञान शिक्षा रामभरोसे हैं। प्रधानाचार्य महेंद्रनाथ ने बताया कि गृहविज्ञान, हिंदी, संस्कृत व भूगोल के प्रवक्ता हैं जो पठन पाठन करा रहे हैं। इसी प्रकार मान्यवर कांशीराम राजकीय बालिका इंटर कालेज में रसायन विज्ञान, जीवविज्ञान व गणित विषय के प्रवक्ता नहीं है।
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