सुबह के समय मां की भव्य मंगला आरती से पहले ही धाम की गलियों में पुरुष, महिलाएं और बच्चे लंबी कतारों में खड़े थे। भक्तों का उत्साह देखते ही बनता था, वे मां की एक झलक पाने के लिए बेताब थे। मंदिर के कपाट खुलते ही भक्तों का उत्साह और बढ़ गया और वे मां के दिव्य स्वरूप के दर्शन करने के लिए लालायित रहे। भक्तों ने देवी के दर्शन के बाद अपने परिवार की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
मंदिर के परिसर में उमड़ी भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस बल भी तैनात था। दर्शन पूजन के बाद श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर में स्थित दुकानों से श्रृंगार सामग्री और गृह उपयोगी सामान भी खरीदे। मंदिर के पुजारी मंगलधारी मिश्रा ने बताया कि मंगला आरती के पश्चात ही मंदिर के पट खोल दिए गए थे और करीब तीस हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने माता के दरबार में शीश नवाया।
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