28 जनवरी से 14 फरवरी तक राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता के 1500 मीटर दौड़ (महिला) में दिल्ली की ओर से खेलते हुए चंदा ने 4:17.74 समय में दौड़ पूरी कर स्पर्धा के गोल्ड मेडल अपनी झोली में डालने में कामयाब रहीं। जबकि दूसरे नंबर पर मध्य प्रदेश की दीक्षा (4:21.92) ने सिल्वर और पंजाब की अमनदीप कौर (4:22.75) को ब्रांज से ही संतोष करना पड़ा।
राजगढ़ ब्लाक के सोनपुर गांव के सत्य नारायण प्रजापति के घर गरीबी के घटाटोप के बीच पैदा हुई चंदा ने इससे पहले एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 में देश के लिए सिल्वर मेडल, पिछले वर्ष चीन के हांग्झोऊ में हुए एशियन गेम्स 2023 के 800मीटर हीट वन में अव्वल रहने के बावजूद फाइनल में पदक से चूकने के बाद निराश हो गई थीं लेकिन अब 2023 के सदम से उबरते हुए तेजी से वापसी की है। पिछले वर्ष बेंगलुरु के श्री कांतीरावा आउटडोर स्टेडियम में 30 अगस्त से दो सितंबर के बीच संपन्न हुए 63वें राष्ट्रीय ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2024 के 800 मीटर दौड़ में 2:01.16 सेकंड की टाइमिंग के साथ गोल्ड मेडल जीतने में सफल रही थी।
बंगलोर के भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) परिसर में कोर ग्रुप के साथ कोच कल्याण चौधरी के निर्देशन में तैयारी कर रही चंदा उड़ीसा के भुनेश्वर में तीन माह पूर्व 12 से 15 मई के बीच हुए 27वां नेशनल फेडरेशन सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2024 के 800 मीटर दौड़ में 2:02.62 का समय लेकर फेडरेशन कप स्पर्धा का खिताब लगातार दूसरे वर्ष अपने नाम बरकरार रखा। ब्रिक्स गेम्स 2024 में भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला,लेकिन इंजरी के कारण प्रतियोगिता से बाहर होना पड़ा था।
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