विंध्याचल। गणतंत्र दिवस की शाम रविवार को विंध्याचल धाम में भक्तों की जबरदस्त भीड़ उमड़ी। आम दर्शनार्थियों के साथ वीआईपी, तीर्थ पुरोहितों के यजमानों की लंबी कतारें लगी रहीं। शाम को तीर्थ पुरोहित आक्रोशित होकर प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। उनका आरोप था कि एक होटल से वीआईपी के नाम पर कोई भी व्यक्ति श्रद्धालुओं को लेकर चला आता है, जिससे अव्यवस्था फैल रही है। तीर्थ पुरोहितों ने वीआईपी मार्ग रोककर नारेबाजी करने लगे। मौके पर पहुंचे एसडीएम सदर व प्रभारी सिटी मजिस्ट्रेट गुलाब चंद ने पंडों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं माने। फिर एडीएम और पंडा समाज के प्रतिनिधियों के बीच वार्ता हुई। इसमें तय हुआ कि प्रोटोकॉल के तहत जिन्हें मजिस्ट्रेट और सीओ भेजेंगे, वहीं वीआईपी माने जाएंगे। एक बार में 20 वीआईपी, 20 यजमान और 50 आम श्रद्धालु दर्शन करेंगे।
श्रीविंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी ने कहा कि वीआईपी दर्शन के नाम पर मनमानी हो रही थी। इससे तीर्थ पुरोहितों के यजमानों को दर्शन में समस्या हो रही थी। अधिकारियों से वार्ता के बाद यह मामला सुलझ गया। वहीं, पूर्व अध्यक्ष राजन पाठक ने कहा कि एक होटल से वीआईपी के नाम पर किसी को भी दर्शन कराया जा रहा था। यजमान केवल लाइन में खड़े थे। इसी को लेकर विरोध किया गया।
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