बीते 16 अगस्त को सुबह आठ बजे से गंगा के जलस्तर में फिर से वृद्धि शुरू हो गई थी। इस बीच शनिवार को भी गंगा के जलस्तर में वृद्धि का सिलसिला जारी रहा। जलस्तर में वृद्धि को देखते हुए छानबे, कोन, मझवां, सीखड़, नरायनपुर, पहाड़ी व सिटी ब्लॉक के तटवर्ती इलाकों में बसे ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। शुक्रवार को गंगा का जलस्तर 72.120 मीटर रहा, जबकि शनिवार को गंगा का जलस्तर 72.570 मीटर पहुंच गया। जिले में चेतावनी बिंदु 76.724 मीटर तथा खतरे का निशान 77.724 मीटर है। गंगा में सबसे ज्यादा पानी वर्ष 1978 में 80.34 मीटर दर्ज किया गया था। वर्ष 2023 में अधिकतम 73.66 मीटर गंगा का जलस्तर रिकाॅर्ड किया गया था। बाढ़ को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से 37 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं।
मिर्जापुर गंगा के जलस्तर में वृद्धि का सिलसिला
मिर्जापुर। गंगा के जलस्तर में वृद्धि का सिलसिला दूसरे दिन शनिवार को भी जारी रहा। शाम चार बजे गंगा के जलस्तर में 0.750 सेमी की रफ्तार से वृद्धि हो रही थी। गंगा के जलस्तर में वृद्धि से तटवर्ती इलाकों में बसे ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है।
एक टिप्पणी भेजें