कंपोजिट विद्यालय सरसा देवरिया के शिक्षिका पर लगाया गया मिथ्या आरोप |

मिर्जापुर। विकासखंड जमालपुर मैं स्थित कंपोजिट विद्यालय सरसा देवरिया के शिक्षकों में नहीं रहा एक दूसरे पर विश्वास। जिसका शिकार बन रहे हैं पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं। एक दूसरे की शिकवा शिकायत से भ्रमित हो रहे हैं अभिभावक। 
वहीं पर बता दे कि कंपोजिट विद्यालय सरसा देवरिया में कक्षा 1 से 5 तक में जिसमें तीन शिक्षामित्र व दो सहायक अध्यापिका तथा एक प्रधानाध्यापिका कुसुम लता है। वहीं पर कक्षा 6 से 8 तक में दो सहायक अध्यापक व एक परिचारक नियुक्त है। वहीं पर कंपोजिट विद्यालय सरस देवरिया की प्रभारी प्रधान अध्यापिका कुसुम लता हैं। विद्यालय में कक्षा 1 से 5 तक के कक्षाओं का संचालन दो सहायक अध्यापक तथा तीन शिक्षामित्र एवं कक्षा 6 से 8 तक में दो सहायक अध्यापक शिक्षण कार्य करती हैं। वहीं पर बता दे कि जब कक्षाओं का संचालन शुरू होता है तो कक्षा 6 से 8 तक में दो कक्षाएं प्रारंभ रहती हैं और एक कक्षा रिक्त रहता है जिस टाइम-टाइम पर अध्यापक रिक्त कक्षा में कार्य देते रहते हैं फिर भी बच्चे हैं जहां खाली कक्षा मिलता है शोरूम मचाना शुरू कर देते हैं वहीं पर प्रभारी प्रधानाध्यापिका कुसुम लता रजिस्टर मेंटेन ऑफिस कार्य की कागज कुछ अध्यापकों को लेकर बनाने में व्यस्त रहती है और यदि खाली भी हो जाती हैं तो रिक्त कक्षा मैं बच्चे क्या कर रहे हैं उसमें झांकने तक नहीं आती है कहा जाता है तो बोलती हैं आप लोग देख लीजिए मैं अभी व्यस्त हूं। 
वहीं पर बता दे की प्रभारी प्रधानाध्यापिका कुसुम लता कभी-कभी कक्षा में अटेंडेंस लेने जाती हैं तो बच्चों के व्यवहार से संगीता सिंह पर कमेंट करते हुए बच्चों को अपमानित करते हैं संगीता नमस्ते करना नहीं दिखाई है क्या? साथ ही साथ विद्यालय के अन्य स्टाफ जैसे रसोईया इत्यादि से भी कमेंट बाजी करवाते हैं। वहीं पर प्रभारी प्रधानाध्यापिका कुसुम लता ग्राम प्रधान भरत लाल विश्वकर्मा से मिलकर विद्यालय में मिडिल स्कूल के बालक और बालिका वर्ग के दुरुस्त स्थिति के शौचालय को मार्च 2023 में तुड़वाकर नए शौचालय बनवाने का कार्य चल रहा है जो मार्च 2024 लगभग 13 महीना हो गया अभी तक ग्राम प्रधान पूर्ण नहीं कर पाए।
वहीं पर अभिभावकों का कहना है कि हमारे बच्चों को रसोईया द्वारा गाली देकर डांट कर बुलाया जाता है और यह सब अनुशासनहीनता का कार्य प्रभारी प्रधानाध्यापिका कुसुम लता के अनुशासन और व्यवहार में कमी होने के कारण हो रहा है। इस प्रकार की कई शिकायतें छात्र-छात्राएं अपने अभिभावकों से करते हैं और जब अभिभावक विद्यालय में आकर विद्यालय के स्टाफ या प्रधान अध्यापिका से कहते हैं तो वह कहते हैं संस्कार जैसा घर का रहेगा वैसा ही बच्चे करेंगे परंतु अभिभावकों का कहना है कि घर के साथ-साथ विद्यालय परिवार का पूरा संस्कार दुरुस्त रहना चाहिए जिससे बच्चे कुछ अच्छे गुण सीख सकें। वहीं पर ग्राम प्रधान अपने कुछ अनुयायियों के साथ कंपोजिट विद्यालय सरसा देवरिया जमालपुर मिर्जापुर में आकर बच्चों को दांते रहते हैं कि फालतू में अपने अभिभावक से शिकायत क्यों करते हो शांति से पढ़ाई करने आते हो पढ़ाई करके घर जाओ।
वहीं पर बता दे की ग्राम प्रधान अपने ग्राम विकास के कार्यों को सुधारने के बजाय गांव के बच्चों को दांते रहते हैं जबकि विद्यालय का हैंडपंप से अधिकतर बालू आता है बच्चे विद्यालय से दूसरे के अनुपम पर पानी पीने जाते हैं और ग्राम प्रधान से कहा गया तो अभी तक हैंडपंप का मरम्मत नहीं करवाया गया सफाई नहीं करवाई ।
 आगे बता दे कि  जब सहायक अध्यापिका संगीता सिंह ने ग्राम प्रधान भारत लाल विश्वकर्मा से कहा कि प्रधान जी मिडिल स्कूल का नया शौचालय जो मार्च 2023 में अपने के द्वारा तुड़वा कर बनवाया जा रहा है वह शौचालय मार्च 2024 तक बन नहीं पाया उसे शीघ्र बनवाकर कंपोजिट स्कूल सरसा देवरिया जमालपुर मिर्जापुर को सुपुर्द किया जाए ताकि कक्षा 6 से 8 तक के बालक बालिकाओं को टीचर्स को शौचालय करने में परेशानी ना हो इतनी बात सुनते हैं ग्राम प्रधान भारत लाल विश्वकर्मा सहायक अध्यापक संगीता सिंह पर आग बबूला होकर चिल्लाने लगे और संगीता सिंह को गलत साबित करने के लिए पूरी ताकत लगा दिए सहायक अध्यापक संगीता सिंह ने शौचालय की सही वस्तु स्थिति दिखाई तो ग्राम प्रधान चढ़ते हुए गलत गलत आरोप लगाते हुए प्राइमरी स्कूल के शौचालय में जाने की बात कही प्राइमरी स्कूल के 4 शौचालय में दो से ढाई वर्ष पूर्व से ही दो शौचालय खराब है और 2 में से एक प्रधान ध्यापिका ने अपने लिए रिजर्व कर लिया है एक ही शौचालय में कक्षा 1 से 8 तक के बच्चे जाते हैं ऐसी स्थिति में बच्चों को काफी परेशानियां जननी पड़ती है क्योंकि कंपोजिट विद्यालय में कक्षा 1 से 8 तक के सभी बच्चे एक ही शौचालय का प्रयोग करते हैं जिसमें बालक और बालिकाएं दोनों हैं। बता दे कि सहायक अध्यापिका संगीता सिंह ने प्रधान जी को उनके कार्य की स्थिति को दिखाई तो मेरे ऊपर ही दोष रोपण करने की योजना बनाने लगे। 
वहीं पर प्रभारी प्रधानाध्यापिका कुसुम लता के साथ मिलकर ग्राम प्रधान भारत लाल विश्वकर्मा  ने अपने-अपने कार्यों को छुपाते हुए सहायक अध्यापिका संगीता संग सिंह पर ही दोष रोपण करने लगे।
आगे बता दे कि ग्राम प्रधान व प्रभारी प्रधानाध्यापिका तथा सहायक अध्यापक के साथ सभी बातें सुबह 11:00 से दोपहर 12:00 तक पूरी हो गई थी 3 घंटे तक कोई पठन-पाठन बाधित नहीं हुआ था। बल्कि पूरे शैक्षिक दिवस में कक्षा 6 से 8 तक के तीन कक्षा में एक कक्षा का पठन पाठन बाधित रहता है कक्षा 6 से कक्षा 8 के कक्षाओं में कृषि अंग्रेजी गणित की कक्षाएं चलती ही नहीं है। इस बात को लेकर जब भी प्रभारी प्रधानाध्यापिका कुसुम लता से बार-बार कहा जाता है परंतु इस पर वह ध्यान नहीं देती है। साथ ही साथ वह न पढ़ती हैं न हीं विषयों को संचालित करवाती हैं। 
जो सोच जो सपना लेकर अभिभावक अपने बच्चों को विद्यालय परिवार में भेजते हैं तो विद्यालय का परिवार भी वैसा ही होना चाहिए जिस प्रकार आप रहेंगे जैसी शिक्षा आप देंगे वैसी दीक्षा बच्चे प्राप्त करेंगे।

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