मजदूरों ने आरोप लगाया कि रोस्टर के हिसाब से ग्राम सचिव गांव में नही जाते है। ग्राम प्रधान भी मजदूरों की नहीं सुन रहे हैं। मजदूरों के सामने भूखमरी की समस्या उत्पन्न हो गयी है। प्रदर्शन करने वाली महिलाओं के साथ ही साथ पुरूषों ने भी जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन कर काम दिलाये जाने की मांग की। ग्राम प्रधान और सचिव पर सरकार के मंशा के विपरीत कार्य करने का आरोप लगाया। कहाकि पिछले छह माह से मनरेगा योजना में काम मांगने के बाद भी काम नहीं दिया जा रहा है। ग्राम प्रधान से काम मांगने पर मनरेगा मजदूरों की मांग को अनसुना कर दिया जाता है। काम देने में जानबूझ कर लापरवाही की बरती जा रही है। ग्राम सचिव गांव में जाते ही नहीं है। परेशान होकर मजदूरों को ब्लाक मुख्यालय पर प्रदर्शन करना पड़ रहा है।
मनरेगा मजदूरों ने अपने हाथों में मांगों से संबंधित लिखी हुई तख्तियां लेकर प्रदर्शन करने पहुंचे थे। मजदूरों ने वर्ष में 200 दिन गांव में काम मुहैया कराने व मजदूरी बढ़ाने की मांग की। इसके बाद मांगों से संबंधित बीडीओ को पत्रक सौंपा। प्रदर्शन में फूलवंती देवी, अतवारी देवी, उर्मिला देवी, चंपा देवी, राजाराम, निर्मल देवी, जानकी देवी, विद्या देवी, तेतरा देवी, मालती देवी, बंधन प्रसाद, पतिया देवी, जीरा देवी, सीमा देवी, रेखा देवी मौजूद रही।
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